Tulsi

दोस्तों में आज अपने इस आर्टिकल में तुलसी, के विविध प्रकार के घरेलू नुस्खे बताने जा रही हूँ जो की बहुत लाभकारी है जिनका उपयोग कर आप घर बैठे, कम खर्च और कम समय में  छोटी मोटी व्याधि से मुक्ति पा सकते है। तुलसी का पौधा बहुत ही गुड़कारी होता है ये तो आप सब जानते ही होंगे जिस प्रकार शरीर धारियों में मनुष्य, वृक्षों में पीपल का वृक्ष, नदियों में पवित्र गंगा नदी और पर्वतों में विशाल हिमालय पर्वत है उसी प्रकार पौधो में तुलसी का पौधा सर्वश्रेष्ठ है। तो चलिए आज जानते है की हम इन नुस्खों को घर पर ही किस प्रकार प्रयोग में लाये और इनका लाभ उठाए।

तुलसी के विविध प्रकार के घरेलू उपाय 

(शिशु कास रोग)          

श्यामा तुलसी का रस 10 बूंद और अजवाइन का महीन चूर्ण समान मात्रा में लेकर चार गुने शहद में मिला लें। यह 1 खुराक हुई। ऐसी 3 खुराक प्रतिदिन देने से बच्चों को खांसी से छुटकारा मिल जाता है।

(दांत निकलते समय)

तुलसी की 50 पत्ती आधे गिलास पानी में डालकर खूब उबालें। अच्छी तरह उबाल कर छान लें। इसे दो खुराक में सुबह शाम बच्चे को पिलाने से दांत सरलता से निकलते हैं।

(दूध फेंकना)

पेट खराब होने पर बच्चे दूध फेंक दिया करते है। तुलसी के पत्तो का रस 1भाग, 2 भाग जवाखार और 4 भाग सांभर नमक मिला क्र सुबह शाम बच्चे को देने से उदर विकार और अजीर्ण ठीक होकर पाचन सुधर जाता है।

(प्रसव पीड़ा)

20 ग्राम गोघृत और 10 ग्राम तुलसी की पत्ती का रस मिलाकर गरम करके प्रसव के समय स्त्री को देने से प्रसव पीड़ा में आराम मिलता है।

(चेहरे की झांई) 

चेहरे पर झांई, धब्बे आदि होने पर तुलसी की पत्ती का रस या पत्तियों को महीन पीस कर चेहरे के धब्बों पर मलना चाहिए। आधे घंटे बाद पानी से धोकर नारियल या चंदन का तेल लगाना चाहिए।

(मच्छरों से बचाव)

शयनकक्ष में 4-5 गमले तुलसी के रखने से मच्छर नहीं आते। तुलसी का रस 100 ग्राम, तुलसी के 10 पत्ते पीसी हुई लुग्दी के रूप में और तिल का तेल 25 ग्राम इन सबको मिलाकर गरम कर लें और छान कर शीशी में भर लें। इससे शरीर पर मालिश करने से मच्छर नहीं काटते है।

(सिर की जूं)

तुलसी की लगभग 50 पत्तियों को आधे लीटर पानी में उबालें। जब चौथाई जल शेष बचे तब उतार कर ठंडा कर लें इस पानी से सिर के बाल धोने से जूं होती नहीं है और जूं हो तो समाप्त हो जाती है।

(ज्वर)

तुलसी का काढ़ा बनाकर रोगी को पिलाना चाहिए, इसके बाद रजाई ओढ़कर कुछ देर सो जाय और पसीना आने के बाद ज्वर (बुखार) उतर जायगा।

(खाँसी)

तुलसी और अडूसा के पत्तो को बराबर मात्रा में घोट लें और इसे पिले इसे दिन में दो बार ही लें। इससे खाँसी में आराम मिलेगा।

(सिर दर्द)

तुलसी की पत्तियों के रस को और कपूर को चन्दन में बराबर मात्रा में पीस लें और खूब गाड़ा करके उसे सिर पर लगाइए। इसे लगाने से सिर का दर्द होना बंद हो जाता है।

(गले के दर्द)

तुलसी की पत्तियों को शहद में मिला लें और इसे थोड़ा थोड़ा कर के दिन में 3-4 बार चाटने से गले के दर्द में आराम मिलता है और गले का दर्द बंद हो जाता है

(जल जाने पर)

तुलसी की पत्तियों का लेप बना लें फिर उसमें नारियल का तेल मिला लें और जहां जला हो उस जगह लगाय इस नुस्खे से जले हुए निशान पर आराम मिलता है।

(आंखो की रोग में) 

तुलसी का लेप बनाकर आंखो के आस -पास रखने से ऑंख ठीक हो जाती है और अगर आप तुलसी के रस में रुई भिगोंकर पलक के ऊपर रखे तो इससे आँखो की रोशनी बढ़ती है।

(बाल झड़ने अथवा सफ़ेद होने पर)

तुलसी की पत्तियों के साथ आँवले को मिलाकर सिर धोने से ना तो बाल झड़ते है और न जल्दी सफेद होते है पर यह नुस्खा नियमित रूप से प्रयोग करने पर ही फायदा होता है।

(फोड़ो पर)

तुलसी की पत्तियों को पतीले में पानी डाल कर गर्म कर लें और ठंडा होने पर उसके पानी को छान लें और इस पानी से फोड़ो को धोइये। इससे दर्द भी बंद होगा और विष भी नष्ट हो जाएगा।

(कान का दर्द)

तुलसी की पत्तियों को पीस कर उसके रस को निकाल लें और रुई में भिगोकर कान पर रखे रहने से कान का दर्द तुरंत बंद हो जाता है।

(दांत का दर्द)

तुलसी और काली मिर्च को बराबर मात्रा में पीस लें और इसकी छोटी छोटी गोलियाँ बना लें। जिस जगह दर्द हो रहा है उस जगह पर 1 गोली को रखें दर्द बंद हो जायगा।

(जी घबड़ाने पर)

थोड़ी सी तुलसी की पत्तियाँ लें और उसमें जरा सी काली मिर्च डालकर पीस ले और इसमें थोड़ा शहद मिलाकर चाटे इससे आपका जी नहीं घबड़ायेगा और चित्त भी प्रसन्न रहेगा ये दिन में दो बार चाट सकते है पर इससे ज्यादा नहीं।

आपने इस आर्टिकल को देखा इसके लिए आपका धन्यवाद करते है | इसमें दिए गए नुस्खो को प्रयोग कर परिणाम नीचे कमेंट में सूचित करने की कृपा करें | 😊😊